BHARAT SHAKTI WAR EXERCISE(भारत शक्ति युद्ध अभ्यास) मंगलवार को एशिया के सबसे बड़े फील्ड फायरिंग रेंज में, भारतीय सेना ने भारत में बने हथियारों की शक्ति का प्रदर्शन किया भारत शक्ति युद्धाभ्यास के माध्यम से। इस युद्धाभ्यास को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जैसलमेर जिले के पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में पहुंचे।
युद्धाभ्यास के दौरान, ध्रुव हेलिकॉप्टर ने भारतीय सेना के कमांडों को दुश्मनों के ठिकानों तक पहुंचाया और वहां जवानों ने आतंकियों का खात्मा किया। साथ ही, तेजस विमान ने दुश्मन के टैंकों पर हमला करके उन्हें नष्ट कर दिया। इसके अलावा, पिनाका मिसाइल, नाग मिसाइल, मल्टी यूटिलिटी व्हीकल 44 और ड्रोन भी दुश्मन के ठिकानों पर हमला किया।यह अभ्यास स्वदेशी हथियारों की मारक क्षमता और तीनों बलों की परिचालन तत्परता को प्रकट कर रहा है। इस लाइव फायर में आत्मनिर्भर भारत की झलक देखने को मिली। प्रधानमंत्री मोदी ने 30 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों के साथ इस live fire को देखा।
भारत में बने ड्रोनों द्वारा दुश्मनों के बारे में सूचनाएं इकट्ठा की गईं। सर्विलेंस सैटेलाइट, सर्विलेंस ड्रोन, सर्वे ड्रोन ने दुश्मन की पिन पॉइंट लोकेशन की जानकारी सेना के हेडक्वार्टर भेजी। इस सूचना के आधार पर हेडक्वार्टर ने पिनाका मिसाइल और लॉन्ग रेंज रॉकेट लॉन्चर सिस्टम को हमले के लिए आदेश दिया। इन रॉकेट लॉन्चर सिस्टम्स ने टारगेट लॉक किया और 18km दूर दुश्मन के Command and Control Headquarter को बर्बाद कर दिया।
वहीं, 6 पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट सिस्टम ने बचे हुए दुश्मनों को नष्ट कर दिया। पिनाक भगवान शिव के धनुष का नाम है, जिसे उन्होंने ऋषि परशुराम को दिया था।
वायुसेना ने दुश्मन के एयर बेस और महत्वपूर्ण कम्युनिकेशन सेंटर को आग से नष्ट कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, ऑफेंसिव काउंटर एयर ऑपरेशन के कारण फेवरेवल एयर सिचुएशन प्राप्त की गई, जिससे थलसेना के ऊपर हवाई हमले का खतरा कम हो गया।
पिछली सरकारों ने ऑर्डनेंस फैक्ट्री, एचएएल को बर्बाद किया, मोदी ने कहा कि जिन्होंने देश पर दशकों तक शासन किया, उन्होंने देश की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया। पहला घोटाला ही सेना की खरीदी में किया। 2014 में रक्षा सौदों में घोटालों की चर्चा होती थी। सेना के पास गोला-बारूद नहीं होने की चिंताएं सामने आती थीं। उन्होंने हमारी ऑर्डनेंस फैक्ट्री को बर्बाद कर दिया। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को बर्बाद कर दिया, हमने उसे सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाली कंपनी बना दिया। वे वीर बलिदानों के लिए एक राष्ट्रीय स्मारक भी नहीं बनवा पाए। पहले की सरकार हमारी सीमाओं पर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने से डरती थी, आज एक से एक रोड बन रहे हैं।
मोदी ने कहा कि जिन हाथियारों का इस्तेमाल जवान करते हैं, यदि वे देश में बने तो उन्हें पता होता है कि यह हाथियार कभी कम नहीं पड़ेंगे। कुछ दिन पहले ही कैबिनेट ने फैसला लिया है कि पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान भी हम भारत में ही डिजाइन, डेवलप और मैन्युफैक्चर करने वाले हैं। भविष्य में भारत का डिफेंस सेक्टर बहुत बड़ा होने वाला है। भारत डिफेंस सेक्टर में भी निर्यातक बनता जा रहा है।
मोदी ने कहा कि 10 साल में 6 लाख करोड़ के रक्षा उपकरणअपने देश की कंपनियों से ख़रीदा गया है | इन 10 सालों में देश का रक्षा उत्पादन दोगुना से भी ज्यादा यानी एक लाख करोड़ से भी ज्यादा हो चुका है। इसमें नौजवान अहम भूमिका निभा रहे हैं। पिछले 10 सालों में 150 से ज्यादा डिफेंस स्टार्टअप शुरू हुए हैं। सेना ने 1800 करोड़ का ऑर्डर इन्हें देने का फैसला किया है।
विकसित भारत की कल्पना आत्मनिर्भर भारत के बिना संभव ही नहीं है। भारत को विकसित करने के लिए हमें दूसरों पर अपनी निर्भरता को कम करना होगा। इसलिए आज भारत खाने के तेल से लेकर आधुनिक लड़ाकू विमान तक हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर बल दे रहा है।