NEURALINK

  • NEURALINK क्या है
  • NEURALINK डिवाइस क्या है
  • NEURALINK कम्पनी का क्या है कहना

NEURALINK क्या है

NEURALINK, ELON MUSK की एक प्राइवेट ब्रेन मशीन इंटरफेस कंपनी है जो इंसान और कंप्यूटर को डायरेक्ट तौर पर जोड़ने की कोशिश कर रही है इसका उद्देश्य है कि हमारे दिमाग को कंप्यूटर और अन्य डिवाइसेज की मदद से चलाया जा सके, जो लोग PARALYSIS हैं या जिनके अंग किन्ही अन्य कारणों से काम नहीं कर रहे है उन्हे ये मशीन वरदान साबित होगी

NEURALINK डिवाइस क्या है

NEURALINK ने सिक्के की आकृति जैसा एक डिवाइस बनाया है जिसका नाम” लिंक” है। ये डिवाइस कंप्यूटर, मोबाइल फोन या किसी अन्य उपकरण को ब्रेन एक्टिविटी (न्यूरल इम्पल्स) से सीधे कंट्रोल करने में सक्षम करता है।

उदाहरण के लिए, पैरालिसिस से पीड़ित व्यक्ति मस्तिष्क में चिप के प्रत्यारोपित होने के बाद केवल यह सोचकर माउस का कर्सर मूव कर सकेंगे कि वे इसे कैसे मूव करना चाहते हैं।

NEURALINK कम्पनी का क्या है कहना

रोबोटिक प्रणाली

थ्रेड इतने महीन और लचीले होते हैं कि उन्हें मनुष्य द्वारा नहीं डाला जा सकता है। इनको डालने के लिए हमें एक रोबोटिक प्रणाली की जरूरत होगी ताकि थ्रेड को मजबूती और कुशलता के साथ इम्प्लांट किया जा सकेगा। Elon musk ने बताया कि रोबोटिक प्रणाली की जरुरत को देखते हुए हमारी न्यूरालिंक कंपनी ने एक रोबोटिक प्रणाली को भी डिजाइन किया है।

इसके अतिरिक्त, NEURALINK ने एक ऍप भी बनाया है जिसके द्वारा ब्रेन एक्टिविटी से सीधे अपने कीबोर्ड और माउस को बस इसके विषय में सोच कर कंट्रोल किया जा सके।

डिवाइस को चार्ज करने के लिए एक चार्जर भी बनाया गया जिसका नाम कॉम्पैक्ट इंडक्टिव जो बैटरी को बाहर से चार्ज करने के लिए वायरलेस तरीके से इम्प्लांट से जुड़ता है।

ब्रेन कम्प्यूटर इंटरफेस टेक्नोलॉजी से बनायीं चिप

एलन मस्क की NEURALINK कम्पनी ने जिस टेक्नोलॉजी के आधार पर चिप बनाई है उसे शॉर्ट में BCIs कहा जाता है। इस टेक्नोलॉजी पर और भी कंपनियां वर्षों से काम कर रही हैं।

यह प्रणाली छोटे इलेक्ट्रोड्स का उपयोग करके पास के न्यूरॉन्स से संकेतों को “पढ़ने” के लिए काम करती है। फिर सॉफ़्टवेयर इन सिग्नल्स को कमांड या एक्शन में अनुवादित करता है, example के तौर पर- रोबोटिक आर्म या कर्सर को हिलाना।

सितम्बर २०२३ में मंजूरी मिली थी


सितंबर 2023 में, एलन मस्क की NEURALINK कंपनी को अपने पहले ह्यूमन ट्रायल के लिए इंडिपेंडेंट इंस्टीट्यूशनल रिव्यू बोर्ड से रिक्रूटमेंट की मंजूरी मिली थी। इस मंजूरी के बाद, NEURALINK कम्पनी लोगों को भर्ती करके उन पर न्यूरालिंक डिवाइस के ट्रायल को आगे बढ़ाएगी।

स्टडी को पूरा होने में लगभग 6 साल लगेंगे


NEURALINK कंपनी के अनुसार, ट्रायल उन लोगों पर किया जा रहा है जिन्हें सर्वाइकल स्पाइनल कॉर्ड में चोट या एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (ALS) के कारण क्वाड्रिप्लेजिया है। इस ट्रायल में भाग लेने वालों की उम्र कम से कम 22 साल होनी चाहिए। स्टडी को पूरा होने में लगभग 6 साल लगेंगे। इस अवधि के दौरान पार्टिसिपेंट को लैब तक आने-जाने का ट्रैवल एक्सपेंस दिया जाएगा।

चल फिर सकेंगे पैरालिसिस के मरीज

न्यूरालिंक कंपनी ने बताया है कि अगर ट्रायल पूरी तरह सफल रहा तो इस चिप के माध्यम से दृष्टिहीन लोग भी दुनिया को देख पाएंगे। NEURALINK कंपनी ने यह भी कहा है कि इस ब्रेन चिप के कारण पैरालिसिस के मरीज चल भी सकेंगे और कंप्यूटर भी चला पाएंगे।

Elon Musk की कंपनी न्यूरालिंक ने एक वीडिओ साझा किया है जिसमें एक सख्स अपने दिमाग के जरिये कम्प्यूटर का करसर हिला रहा है का नाम नोलैंड आर्बोध है जो एक एक्सीडेंट में अपने कन्धों के नीचे के हिस्से का संतुलन खो चुका था अर्थात लकवा मार गया है। इस शख्स के दिमाग में NEURALINK की चिप इम्प्लांट की गयी है। जिस कारण वह ऑनलाइन शतरंज खेल पा रहा है।

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