Vladimir Putin

Vladimir Putin अब तक रूस के पांच बार राष्ट्रपति बन चुके हैं।15-17 मार्च को हुई वोटिंग में पुतिन को 88% वोट मिले है।उनके विरोधी निकोले खारितोनोव को 4% वोट मिले हैं। व्लादिस्लाव, दावानकोव और लियोनिद स्लटस्की तीसरे और चौथे नंबर पर हैं।

Russian President Vladimir Putin

रूस का पॉलिटिकल सिस्टम

रूस की संसद जिसे फेडरल असेंबली कहा जाता है, इसके भी भारत की तरह दो हिस्से होते हैं। ऊपरी सदन काउंसिल ऑफ फेडरेशन और निचला सदन स्टेट डुमा होता है। रूस में राष्ट्रपति का पद सबसे पावरफुल होता है। भारत में प्रधानमंत्री के पास जो पावर है, रूस में वही पावर राष्ट्रपति के पास होती है। पावर के नाम पर दूसरा नंबर आता है प्रधानमंत्री का, तीसरा सबसे शक्तिशाली व्यक्ति फेडरल काउंसिल (ऊपरी सदन) का अध्यक्ष होता है। रूस के संविधान में लिखा है कि कोई भी व्यक्ति लगातार दो से ज्यादा बार राष्ट्रपति नहीं बन सकता है। लेकिन इसके चलते 8 मई 2008 को Vladimir Putin ने अपने पीएम दिमित्री मेदवेदेव को रूस का राष्ट्रपति बनवाया और खुद पीएम बने। नवंबर 2008 में दिमित्री ने संविधान संशोधन कर राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 से बढ़ाकर 6 साल कर दिया। इसके बाद 2012 में पुतिन फिर से रूस के राष्ट्रपति बने। उन्होंने लगातार राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया और देश की जनता को सोवियत यूनियन वाला रसूख वापस दिलाने का वादे किया। 2014 में पुतिन ने क्रीमिया पर हमला किया और कब्जे में ले लिया।

Vladimir Putin का Background

Vladimir Putin
Vladimir Putin

Vladimir Putin का जन्म 7 अक्टूबर 1952 को सोवियत संघ के रुसी गणराज्य के लेनिनग्राद में हुआ था। इनके पिता का नाम व्लादिमीर स्पिरिदोनोविच पुतिन और माता का नाम मरिया था। लेनिनग्राद (वर्तमान में सेंट पीटर्सबर्ग) में जन्मे पुतिन की मां एक फैक्ट्री कर्मचारी थीं और उनके पिता 1930 के दशक की शुरुआत में सोवियत नौसेना में एक सिपाही थे। Vladimir Putin ने 12 साल की उम्र में सैम्बो और जूडो का अभ्यास करना शुरू कर दिया और मार्क्स, एंगेल्स और लेनिन पर पढ़ना पसंद किया। इस उम्र में उन्होंने जर्मन सीखी और इसे दूसरी भाषा के रूप में बोलते हैं। उन्होंने 1975 में सेंट पीटर्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी में कानून की पढ़ाई करते हुए स्नातक की उपाधि प्राप्त की और KGB शामिल हो गए। 1984 में, Vladimir Putin को यूरी एंड्रोपोव रेड बैनर इंस्टीट्यूट में आगे के प्रशिक्षण के लिए मास्को भेजा गया और एक अनुवादक के रूप में एक कवर पहचान का उपयोग करते हुए, पूर्वी जर्मनी के ड्रेसडेन में अपना सम्पूर्ण योगदान दिया। KGB का पूर्ण रूप ‘कोमिटेट गोसुडास्र्स्टवेनॉय बेज़ोपास्नोस्टी’ है जिसका अनुवाद ‘कमेटी फॉर स्टेट सिक्योरिटी’ होता है। ये संगठन एक अत्यधिक शक्तिशाली और गुप्त संगठन के रूप में पहचाना था, ऐसा माना जाता है कि KGB ने सोवियत संघ से लेकर दुनिया भर के तमाम देशों में हजारों लोगों को रोजगार दिया था। इस संगठन का मुख्यालय रूस के मास्को में लुब्यंका स्क्वायर पर स्थित था। यह वही इमारत है जहां अभी रूस की खुफिया एजेंसी संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) का दफ्तर है। FSB का काम KGB की तरह ही है।

Putin news

रिजल्ट घोषित होने के बाद पुतिन ने कहा- अब रूस और भी ज्यादा ताकतवर और प्रभावशाली बनेगा। उन्होंने रूस-नाटो विवाद को लेकर चर्चा भी की है और कहा है – अगर अमेरिकी नेतृत्व वाला सैन्य संगठन नाटो और रूस आमने-सामने हुए तो दुनिया तीसरे विश्व युद्ध से एक कदम दूर होगी। मुझे नहीं लगता की कोई भी ऐसा चाहेगा। पुतिन का दावा- अभी भी नाटो के सैनिक यूक्रेन में मौजूद हैं, साल 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से रूस और पश्चिमी देशों के संबंध सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने पिछले महीने ही भविष्य में जरुरत पड़ने पर यूक्रेन में अपने सैनिकों को उतारने की संभावनाओं से कभी इनकार नहीं किया। इस बारे में पुतिन से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक दौर में कुछ भी असंभव नहीं है, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो तीसरा विश्वयुद्ध ज्यादा दूर नहीं है।

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